नवादा के ओहारी गाँव से देर रात्रि रेड में पकड़ा गया, लॉटरी के नाम पर धोखाधड़ी से लिए थे 12.43 लाख रुपये
उत्तराखंड की स्पेशल टास्क फोर्स व साईबर क्राइम पुलिस ने की संयुक्त छापेमारी
हरिद्वार निवासी महिला से लॉटरी के नाम पर की थी ठगी
उत्तराखंड ब्यूरो
देहरादून : स्पेशल टास्क फोर्स STF /साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन उत्तराखण्ड के द्वारा बिहार से 10.96 लाख की लॉटरी का झॉसा देकर ठगी करने वाले गिरोह का मुख्य अभियुक्त सन्तु कुमार पिता रंजित कुमार , ओहारी , थाना कादिरगंज , जिला नवादा, बिहार को बीती रात गिरफ्तार किया गया । बढ़ते साईबर अपराधों के परिप्रेक्ष्य में साईबर अपराधी आम जनता की गाढ़ी कमाई हेतु अपराध के नये-नये तरीके अपनाकर धोखाधड़ी कर रहे है । इसी परिपेक्ष्य में साईबर ठगों द्वारा आम जनता से लॉटरी/नौकरी/बीमा पॉलिसी के नाम पर खातो मे सेंध लगाकर ठगी करने के प्रकरण विभिन्न राज्यो में मिल रहे हैं ।
ऐसे ही एक प्रकरण में हरिद्वार निवासी एक महिला द्वारा साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन पर अज्ञात व्यक्ति द्वारा शिकायतकर्ता को मोबाइल फोन के माध्यम से सम्पर्क करने तथा उनकी 1096000/- रुपये की लॉटरी निकलने के बात कहकर लॉटरी की धनराशि प्राप्त करने के नाम पर विभिन्न चार्ज/टैक्सो का भुगतान किये जाने को कहते हुये शिकायतकर्ता से रुपये 1243311/-(12.43 लाख) रुपये की धोखाधडी कर धनराशि विभिन्न बैक खातो में प्राप्त किये जाने सम्बन्धी दी गयी , जिसके सम्बन्ध में महिला द्वारा की गई शिकायत के आधार पर मुकदमा पुलिस स्टेशन साईबर क्राईम पर अपराध संख्या 25/2020 पंजीकृत किया गया । प्रकरण की गम्भीरता को देखते हुये प्रकरण के अनावरण, अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु विवेचना साईबर थाने में नियुक्त निरीक्षक पंकज पोखरियाल को सुपूर्द कर एक संयुक्त टीम का गठन किया गया ।
विवेचना के दौरान अभियुक्तो द्वारा प्रयोग किये गये मोबाईल नम्बर, बैंक खातो का विवरण प्राप्त कर विश्लेषण किया गया तो जानकारी हुई कि अभियुक्तों द्वारा वादी को जिन नम्बरों से सम्पर्क किया गया था वे नम्बर बिहार राज्य के होने पाये गये । बैंक खातों की जानकारी की गयी तो पता चला कि साईबर अपराधियो द्वारा बिहार/उत्तर प्रदेश/मेघालय/दिल्ली आदि स्थानो के बैंक खातों का प्रयोग करते हुये धोखाधड़ी से 12,43,311/- धनराशि स्थानान्तरित की गयी है । इन खातो के बैंक स्टेटमैन्ट का अवलोकन करने पर उक्त बैंक खातो से धनराशि अन्य बैंक खातो में स्थानान्तरित होनी पायी गयी । घटना में प्रयुक्त हुये बैंक खातों में कुछ माह की अवधि में ही लगभग एक करोड़ से अधिक की धनराशि का लेनदेन होना पाया गया ।
प्रकरण में निरीक्षक पंकज पोखरियाल के नेतृत्व में एक पुलिस टीम को अभियुक्तो की सुरागरसी, पतारसी एव गिरफ्तारी हेतु बिहार भेजा गया है । पुलिस टीम द्वारा उक्त अभियोग में संलिप्त 01 अभियुक्त को चिन्हित कर बिहार के दूरस्थ गांव ओहरी जनपद नवादा बिहार से गिरफ्तार किया गया है। अभियुक्त शातिर किस्म का साईबर अपराधी है । जिसके द्वारा विभिन्न राज्यो के कई व्यक्तियो को इसी प्रकार ठगी का शिकार बनाया है । STF/साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन की टीम द्वारा अथक मेहनत व लगन से देश भर में लॉटरी के नाम पर “खातो में सेंध लगाकर ठगी” करने वाले संगठित गिरोह के सरगना (Master Mind) को देहरादून से लगभग 1300 कि.मी. दूर जाकर गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है ।
अपराध विधि
अभियुक्तगण आम जनता को फोन पर लॉटरी जीतने का लालच देते है तथा पीड़ितो से फोन के माध्यम से सम्पर्क कर रजिस्ट्रेशन शुल्क, बैंक शुल्क, इनकम टैक्स आदि के नाम पर मोटी रकम वसूल करते है एवं फर्जी आईडी के जरिये जनता के सीधे साधे लोगो से फ्रॉड करते है ।
गिरफ्तारी करने वाली टीमः-
निरीक्षक पंकज पोखरियाल
उपनिरीक्षक राजीव सेमवाल ।
मुख्य आरक्षी (प्रो.) सुनील भट्ट
कानि. नितिन रमोला
प्रभारी STF उत्तराखण्ड द्वारा जनता से अपील की है कि किसी भी अंजान व्यक्ति द्वारा यदि फोन के माध्यम से किसी भी लॉटरी/नौकरी/बीमा पॉलिसी के नाम से आपसे सम्पर्क किया जाता है ,तो उक्त व्यक्ति के झॉसे/बहकावे में न आये और ना ही अन्जान व्यक्ति द्वारा भेजे गये किसी भी पेमेन्ट गेटवे /वॉलेट/मोबाईल एप्लीकेशन पर धनराशि प्राप्त करने हेतु QR कोड स्कैन न करें, कभी भी किसी से अपने डेबिट कार्ड/क्रेडिट कार्ड की जानकारी शेयर न करें तथा किसी भी प्रकार के अन्जान लिंक पर क्लिक न करें, कोई भी शक होने पर तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन देहरादून से सम्पर्क करें।