श्री राम शॉ
नई दिल्ली I दिल्ली के सौ से अधिक प्रमुख व्यापारी संगठनों ने कोरोना के कारण से पैदा हुई विकट स्थिति और वर्तमान में मेडिकल सुविधाओं की बदहाल स्थिति को देखते हुए तथा सरकार द्वारा कोरोना को दिल्ली में बढ़ने से रोकने में एक बड़ा कदम उठाते हुए दिल्ली के प्रमुख व्यापारी संगठनों ने यह निर्णय लिया है कि दिल्ली में लॉक डाउन को बढ़ाया जाना बेहद जरूरी है ताकि दिल्ली में तेजी से बढ़ते कोरोना की रफ़्तार को रोका जा सके और इसी बीच सरकार को दिल्ली में चिकित्सा सुविधाओं को चुस्त -दुरुस्त करने का समय भी मिल सके I
मीटिंग में यह निर्णय हुआ की यदि दिल्ली सरकार कैट के आग्रह को स्वीकार करते हुए लॉक डाउन को आगे बढ़ाती है तो यह सरकार का एक अच्छा कदम होगा, लेकिन यदि सरकार किसी कारण से लॉक डाउन नहीं बढ़ाती है तो दिल्ली के व्यापारी संगठन बिना किसी दबाव के अपनी मर्ज़ी से स्वैच्छिक रूप से सोमवार 26 अप्रैल से 2 मई तक अपने बाज़ार बंद रखेंगे I यह मीटिंग वीडियो कांफ्रेंस के जरिये कल शाम कनफेडेरशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के बुलावे पर हुई जिसमें दिल्ली के सभी भागों के लगभग सौ से अधिक प्रमुख व्यापारी संगठनों के व्यापारी नेताओं ने भाग लिया I
ज्ञातव्य है की कोरोना की वर्तमान स्थिति को देखते हुए कैट ने कल ही दिल्ली के उप राज्यपाल अनिल बैजल एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को एक पत्र भेजकर दिल्ली में लॉक डाउन को आगे बढ़ाने का आग्रह किया है I कैट को उम्मीद है कि परिस्थितियों को देखते हुए दिल्ली सरकार लॉक डाउन को आगे बढ़ाने का निर्णय अवश्य लेगी I
कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने बताया की मीटिंग में कैट के संरक्षक एवं दिल्ली के वरिष्ठ व्यापारी नेता सुरेश बिंदल ने दिल्ली में कोरोना की विकराल स्थिति का आंकलन करते हुए कहा की वर्तमान हालात में दिल्ली के बाजार खोला जाना एक आत्मघाती कदम होगा और उन्होंने कहा की सरकार द्वारा लॉक डाउन न बढ़ाने की स्थिति में दिल्ली के व्यापारी संगठन स्वैच्छिक रूप से 26 अप्रैल से 2 मई तक अपनी मार्किट को बंद रखें जिसका मीटिंग में शामिल सभी व्यापारी नेताओं ने खुले रूप से समर्थन किया I
बिंदल ने यह भी कहा की कोरोना के कारण से दिल्ली में काफी नकारात्मक वातावरण बन चुका है और दिल्ली में अब एक सकारात्मक वातावरण बनाने की एक पहल कैट के नेतृत्व में दिल्ली के सभी व्यापारी संगठन करेंगेI
खंडेलवाल एवं कैट के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष विपिन आहूजा ने कहा की दिल्ली में कल 25 हजार के लगभग लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए जिनका प्रतिशत संक्रमण दर लगभग 32.5 प्रतिशत है जो बेहद चिंताजनक है और ऐसी परिस्थिति में यदि दुकाने खुलती हैं तो व्यापारियों, उनके कर्मचारियों एवं ग्राहकों को कोरोना से संक्रमित होने का खतरा बना रहेगा और यह संक्रमण फिर उनके परिवारों में भी फैलने की आशंका है और दिल्ली में चिकित्सा सुविधाओं पर आवश्यकता से अधिक बोझ पड़ने के कारण से व्यापारियों को मेडिकल सुविधाओं का मिल पाना बेहद मुश्किल है I इस दृष्टि से हर हालत में दिल्ली में फिलहाल बाजार नहीं खुलने चाहिए I
खंडेलवाल ने कहा, कैट एवं दिल्ली के अन्य व्यापारी संगठनों की बाजार बंद की अपील स्वैच्छिक है और यदि कोई बाजार खोलना चाहता है तो उस पर कोई पाबंदी नहीं है I उन्होंने यह भी बताया की स्वैच्छिक लॉक डाउन के दौरान सरकार के दिशा निर्देशों के मुताबिक आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति जारी रहेगी I
इसी बीच कैट ने केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमन से आग्रह किया है कि वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए मेडिकल ऑक्सीजन को जीएसटी से कर मुक्त किया जाए वहीँ केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल से आग्रह किया है कि ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर पर कस्टम ड्यूटी एवं मेडिकल सेस को फिलहाल कुछ अवधि के लिए समाप्त किया जाए जिससे अधिक से अधिक ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर का आयात हो सके I इससे देश में ऑक्सीजन की मांग को काफी हद तक कम करने में मदद मिलेगी I
कैट के प्रदेश महामंत्री देव राज बवेजा एवं आशीश ग्रोवर ने बताया कि मीटिंग में अनेक व्यापारी नेताओं ने वर्तमान समय में सरकार का सहयोग करने की दृष्टि से अस्थायी अस्पताल बनाने चाहियें जहाँ कोरोना संक्रमण से प्रभावित लोगो को प्रारंभिक चिकित्सा सुविधा दी जा सके वहीँ एक प्लाज्मा बैंक भी बनाने का निर्णय हुआ जिसमें कोरोना से ठीक हुए लोगों को उनकी सहमति के बाद प्लाज्मा बैंक में उनका नाम सूची में डाल दिया जाए जिससे प्लाज्मा की आवश्यकता वाले लोग सीधे प्लाज्मा डोनर से संपर्क कर सकें I
कैट के राष्ट्रीय मंत्री सुमित अग्रवाल एवं प्रदेश उपाध्यक्ष उमेश सेठ ने बताया कि दिल्ली में ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए मीटिंग में निर्णय लिया गया की दिल्ली के व्यापारियों के सहयोग बड़ी मात्रा में ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर ख़रीदे जाएँ जिन्हे जरूरतमंद लोगों को पूरी जांच, डॉक्टर का प्रिस्क्रिप्शन और आधार कार्ड लेने के बाद दिया जायेगा जिसे इस्तेमाल करने के बाद वापिस ले लिए जाएगा और फिर किसी अन्य जरूरतमंद व्यक्ति को दिया जाएगा I
खंडेलवाल ने कहा कि इसी तरह की पहल देश के अन्य राज्यों में भी शुरू की जा रही है ! दिल्ली सरकार का सहयोग करने के लिए दिल्ली के व्यापारियों की यह छोटी किन्तु अनूठी एवं महत्वपूर्ण पहल होगी और उम्मीद है कि इन क़दमों के जरिये कुछ सीमा तक कोरोना पर काबू पाया जा सकेगा I