बिमल चक्रवर्ती
धनबाद : 75 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर रणधीर वर्मा स्टेडियम में आयोजित मुख्य समारोह में उपायुक्त संदीप सिंह ने झंडोत्तोलन किया तथा परेड की सलामी ली। साथ ही जिले के सर्वांगीण विकास के लिए जेआरडीए, स्वास्थ्य एवं शिक्षा क्षेत्र का विजन प्लान, स्मार्ट वॉटर मैनेजमेंट सिस्टम समेत विभिन्न महत्वपूर्ण बिंदुओं पर प्रकाश डाला। उपायुक्त ने कहा कि धनबाद में कोरोना संक्रमित मरीजों को बेहतर चिकित्सा प्रदान करने के लिए जिला अंतर्गत 8 सरकारी एवं 21 निजी कोविड केन्द्रों में 176 आईसीयू बेड एवं 629 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड की व्यवस्था की गई है।
कोविड-19 टीकाकरण प्रोटोकॉल का पालन करते हुए धनबाद जिले में 18 वर्ष से अधिक उम्र वाले व्यक्तियों को कुल 7,90,451 डोज वैक्सीन दी जा चुकी है। आने वाले समय में प्रशासन लोगों को यथाशीघ्र वैक्सीन उपलब्ध कराने के लिए प्रयासरत है। झरिया कोलफील्ड के अग्नि एवं भू-धंसान से प्रभावित परिवारों के लिए स्मार्ट टाउनशिप परियोजना पर काम तीव्र गति से किया जा रहा है। झरिया मास्टर प्लान के अंतर्गत बिखरे हुए 595 खतरनाक स्थलों से लगभग 1 लाख परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पुनर्वासित करने वाली एक महत्वाकांक्षी योजना है। जिसके अंतर्गत भूमि का अधिग्रहण झरिया पुनर्वास एवं विकास प्राधिकार द्वारा किया जा रहा है। प्राप्त भू-भाग पर 6,352 इकाई आवास का निर्माण किया जा चुका है एवं 12,000 इकाई के निर्माण कार्य प्रगति पर है। उपायुक्त ने कहा कि धनबाद जिला एक खनिज बहुल क्षेत्र है। यहां पर बड़े पैमाने पर कोयला समेत अन्य खनिज उपलब्ध है। खनन कार्यों के एवज में जिले को विकास के लिए डीएमएफटी में सीधे राशि प्राप्त होती है। जिससे पूरे जिले में स्थानीय आवश्यकताओं के अनुसार विकास की विभिन्न योजनाओं को चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सदर अस्पताल एवं एसएनएमएमसीएच में 4201 पीएम के 6 यूनिट पीएसए ऑक्सिजन प्लांट की स्थापना की जा रही है। सदर अस्पताल तथा पीएमसीएच समेत सेंट्रल अस्पताल में कुल 120 आईसीयू बेड का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है। साथ ही पीएमसीएच अस्पताल में अतिरिक्त 200 आईसीयू बेड की स्थापना की जा रही है। जिसमें 65 पीआईसीयू भी तैयार हो रहा है। जिले में चिकित्सकों की कमी को पूरा करने के लिए विशेषज्ञ चिकित्सक, एमबीबीएस, दंत चिकित्सक एवं अस्पताल प्रबंधक पद के लिए 50 पदों पर डीएमएफटी के तहत नियुक्ति कर ली गई है एवं 200 से अधिक पारा मेडिकल कर्मियों के चयन की प्रक्रिया शुरू की गई है।
जिले के 262 विद्यालयों को सरकार के संकल्प के आलोक में लीडर स्कूल के रूप में विकसित करने की कार्रवाई की जा रही है। साथ ही सीएसआर मद से जिला अंतर्गत 129 स्कूलों को चयनित करते हुए स्मार्ट क्लासेज के संचालन के लिए विकसित किया गया है। उन्होंने कहा कि धनबाद जिला अंतर्गत 500 आंगनबाड़ी केंद्रों को चयनित कर मॉडल आंगनबाड़ी के रूप में विकसित करने का कार्य किया जा रहा है। उपायुक्त ने कहा कि धान अधिप्राप्ति योजना अंतर्गत खरीफ विपणन में लक्ष्य के विरुद्ध 134% धान की अधिप्राप्ति हुई है। साथ ही धान विक्रय करने वाले किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य एवं बोनस का भुगतान शत प्रतिशत कर दिया गया है। अपने संबोधन में उपायुक्त ने कहा कि प्रधानमंत्री मुद्रा योजना अंतर्गत जिले में अब तक 32,000 से अधिक लाभुकों को लगभग 214 करोड रुपए का ऋण दिया गया है। महिला स्वयं सहायता समूह योजना अंतर्गत लगभग 3000 महिला समूहों को 148 करोड रुपए, पीएम स्वनिधि योजना अंतर्गत 3200 से अधिक स्ट्रीट वेंडर्स को 322.20 लाख रुपए, पीएमईजीपी योजना अंतर्गत 105 व्यक्तियों को लगभग 950 लाख रुपए तथा केसीसी योजना अंतर्गत 5366 लाभुकों के बीच 1767.79 लाख का ऋण वितरित किया गया।
धनबाद जिला अंतर्गत विभिन्न पेंशन योजनाओं के तहत 1,41,271 लाभुकों को पेंशन का लाभ दिया जा रहा है। जिन्हें डीबीटी के माध्यम से पेंशन की राशि बैंक के खाते में भुगतान की जा रही है। जिले में 68,000 किसानों को केसीसी से आच्छादित किया गया है। एक अत्यंत महत्वाकांक्षी व जन उपयोगी योजना के तहत राज्य सरकार द्वारा झारखंड कृषि ऋण माफी योजना अंतर्गत केसीसी कार्ड होल्डर किसान, जो ऋण चुकाने में असमर्थ रहे हैं, उनको झारखंड सरकार के द्वारा 5 लाख रुपये तक का ऋण माफ किया जा रहा है। अब तक ऐसे किसानों का कुल 19 करोड 79 लाख रुपयों का ऋण माफ किया गया है। उपायुक्त ने अपने संबोधन में पेयजल आपूर्ति एवं स्वच्छ भारत मिशन, राजस्व, समाज कल्याण, कल्याण विभाग समेत सभी विभागों द्वारा किए जा रहे कार्यों की रूपरेखा साझा की। अपने संबोधन में उपायुक्त ने वैश्विक महामारी के दौरान एकजुट होकर कोरोना को हराने में अहम भूमिका निभाने वाले पारा चिकित्सा कर्मी, सफाई कर्मी, एंबुलेंस चालक, वीएलई, चिकित्सा पदाधिकारी, पुलिस बल, पुलिस पदाधिकारी, जिला प्रशासन के पदाधिकारियों समेत सभी कोरोना वारियर्स के प्रति आभार प्रकट किया। अपने संबोधन से पूर्व उपायुक्त ने एसएसपी के साथ परेड का निरीक्षण किया। इसके बाद उपायुक्त ने झंडोत्तोलन किया। झंडोत्तोलन के बाद परेड की सलामी ली। तत्पश्चात उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। स्वतंत्रता दिवस के मुख्य समारोह के दौरान परेड में सीआईएसएफ, आरपीएसएफ, झारखंड सशस्त्र पुलिस, डीएपी पुरुष, डीएपी महिला, गृह रक्षक, एनसीसी बालक एवं एनसीसी बालिका के प्लाटून ने भाग लिया।
कार्यक्रम में श्री रमेश चंद्र सिंहा कंप्यूटर ऑपरेटर, मो ताजुद्दीन अंसारी हेल्थ मैनेजर, हिरालाल रजक हेल्थ मैनेजर, सौरभ सिंह कंप्यूटर ऑपरेटर, मो नईम अंसारी कंप्यूटर ऑपरेटर, डेनियल बेग एचई, डॉक्टर संकरी, श्री धनेश्वर कुमार बीपीएम, मो मुनव्वर आलम एसटीटी, शत्रुघ्न पासवान एलटी, अनिल कुमार ड्राइवर, नितेश कुमार दास एलटी, मो. अखलाक अहमद ड्राइवर, विमल कुमार बेरवा सीएचओ, अजय हरि झाड़ूदार, निरंजन प्रसाद हेल्थ वर्कर, सुश्री प्रभावती कुमारी एएनएम, सुश्री वरणाली मुखर्जी सहिया, सुश्री शालिनी कच्छप जीएनएम, महारथी टुड्डू एएनएम समेत विभिन्न फ्रंटलाइन एवं हेल्थ वर्कर्स को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का सीधा प्रसारण झारगोव टीवी पर किया गया। साथ ही जिला प्रशासन के सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, केबल नेटवर्क तथा एलईडी स्क्रीन पर भी इसका सीधा प्रसारण किया गया। मुख्य समारोह में जिले के सभी वरीय पदाधिकारी, दंडाधिकारी, स्वतंत्रता सेनानी एवं अन्य लोग उपस्थित थे।