बिहार ब्यूरो 

पटना , अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति , बिहार की बैठक 9 अक्टूबर को 13 छज्जू बाग , पटना( विधायक आवास) में हुई। बैठक में निम्नलिखित एजेन्डा पर चर्चा हुई ।
1. लखीमपुर खीरी किसान हत्याकांड में शहीद हुए चार किसानों एवं एक पत्रकार को श्रद्धांजलि अर्पित करना।
2. 27 सितम्बर , 2021 के ‘भारत बंद’ और लखीमपुर-खीरी किसान हत्याकांड के बाद हुए प्रतिरोध कार्यक्रम की रिपोर्ट एवं समीक्षा
3. संयुक्त किसान मोर्चा के गठन के बारे में विचार – विमर्श
4. भावी कार्यक्रम
बैठक में शुरूआत में लखीमपुर-खीरी में शहीद हुए किसानों को एक मिनट मौन रहकर श्रद्धांजलि दी गई। सबसे पहले अखिल भारतीय किसान महासभा के महासचिव और अ.भा. किसान संघर्ष समन्वय समिति, बिहार के प्रभारी राजाराम सिंह ने एक विस्तृत समीक्षात्मक रिपोर्ट रखी। उन्होंने भारत बंद को सफल करार दिया , लखीमपुर खीरी हत्याकांड के कातिलों को दंडित करने की मांग की और बिहार में एकताबद्ध किसान आन्दोलन की सफलता की कामना की। उसके बाद एक – एक करके अन्य किसान संगठनों के नेताओं ने अपनी बातें रखीं। बैठक में अपनी बातें रखने वाले प्रमुख नेताओं में आ.भा. किसान खेत मजदूर संगठन के मणिकांत पाठक , अ.भा.किसान मजदूर सभा के रामवृक्ष राम , अ.भा. खेत मजदूर किसान सभा के नन्द किशोर सिंह , एनएपीएम के महेंद्र यादव एवं मनीष रंजन ,अ.भा. किसान महासभा के रामाधार सिंह , बिहार राज्य किसान सभा के ललन चौधरी , राष्ट्रीय किसान मोर्चा के वी.वी.सिंह ,ऑल इंडिया किसान फेडरेशन के विजय कुमार चौधरी , भारतीय किसान यूनियन के बिन्देश्वरी सिंह , जल्ला किसान संघर्ष समिति के शंभुनाथ मेहता , इफ्टू सर्वहारा की आकांक्षा प्रिया तथा फल सब्जी उत्पादक संघर्ष समिति (पटना सिटी) के मनोहर लाल प्रमुख थे। इसके अलावे बैठक में जनमुक्ति संघर्ष वाहिनी के मणिलाल , जय किसान आन्दोलन के अनूप कुमार सिन्हा , बिहार राज्य किसान सभा के सोने लाल प्रसाद , किसान महासभा के राजेंद्र पटेल व उमेश सिंह , किसान मजदूर सभा के रामचंद्र सिंह , इफ्टू सर्वहारा के सौजन्य उपस्थित थे। सभी वक्ताओं ने 27 सितम्बर के भारत बंद को सफल करार देते हुए बिहार में किसान आन्दोलन को तेज करने पर जोर दिया। लखीमपुर खीरी किसान हत्याकांड के दोषियों को अविलंब गिरफ्तार कर उनपर हत्या का मुकदमा चलाने और केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी को अविलंब बर्खास्त कर उन्हें गिरफ्तार करने की मांग तमाम प्रतिनिधियों ने की। अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति , बिहार के काम करने के तरीके को और ज्यादा जनवादी एवं पारदर्शी बनाने की मांग भी बैठक में शिद्दत से उठी। बिहार में किसान आन्दोलन को मजबूत करने के लिए तीन काले कृषि कानूनों और अन्य मांगों को व्यापक किसान समुदाय के बीच ले जाने , उनसे जीवन्त सम्पर्क स्थापित करने , मुख्य मांगों के अलावे सूबे बिहार के किसानों के अन्य ज्वलंत मुद्दों को जोड़ने और किसान आन्दोलन के समर्थन में मजदूर वर्ग खासकर खेतिहर मजदूरों को उतारने के लिए ठोस कार्यनीतियां बनाने पर भी प्रतिनिधियों ने अपनी बातें रखीं। यह बात भी उभर कर सामने आई कि किसान आन्दोलन को सशक्त बनाने के लिए संयुक्त कार्रवाइयों के अलावे विभिन्न किसान संगठनों की स्वयं की पहलकदमी एवं सक्रियता भी अति आवश्यक है। दोनों के समुचित तालमेल से ही किसान आन्दोलन को मजबूत एवं तेज किया जा सकता है। किसान संघर्ष समन्वय समिति की बिहार इकाई के घटक संगठनों में बेहतर तालमेल एवं समझदारी के लिए नियमित बैठक आयोजित करने तथा मतभेद के बिंदुओं को बैठक में एक जनतांत्रिक तरीके व सहिष्णुतापूर्ण व्यवहार से हल करने का महत्वपूर्ण सुझाव भी बैठक में आया। बैठक बुलाने के लिए एक तीन सदस्यीय संयोजक मंडल वा संयोजन समिति का प्रस्ताव भी बैठक में रखा गया। यह बात लगभग सभी भागीदारी कर रहे प्रतिनिधियों ने कहा कि बिहार में किसान आन्दोलन का भविष्य अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति , बिहार की एकजुटता और उसकी बुनियाद पर ‘संयुक्त किसान मोर्चा’ के प्रांतीय स्तर से लेकर जिला स्तर तक के गठन पर निर्भर करता है जिस दिशा में हम सारे घटक किसान संगठन अग्रसर हैं। अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति की बिहार इकाई की अगली बैठक 28 अक्टूबर ,2021 को 12 बजे दिन से जे.पी. सेन्टर , स्टेशन रोड , पुराने रेलवे अस्पताल के बगल में होगी।
बैठक में सर्वसम्मति से संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा लखीमपुर-खीरी किसान हत्याकांड के परिप्रेक्ष्य में जारी आन्दोलन के कार्यक्रम को लागू करने पर सहमति बनी।
इसके अनुसार 12 अक्टूबर को पूरे देश में ‘शहीद किसान दिवस’ मनाया जाएगा। इस अवसर पर हर जगह शाम में कैंडिल मार्च और श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जाएगा। राजधानी पटना में करीब 5:30 बजे शाम स्टेशन गोलम्बर पर जुटकर कैंडिल मार्च आरंभ किया जाएगा जो बुद्धा स्मृति पार्क के समीप पहुंच कर एक श्रद्धांजलि सभा में बदल जाएगा।
15 अक्टूबर को दशहरा के दिन मोदी एवं योगी सरकार का पुतला दहन किया जाएगा।
18 अक्टूबर को रेल रोको कार्यक्रम को अमलीजामा पहनाया जाएगा।
बैठक की अध्यक्षता बिहार राज्य किसान सभा के नेता ललन चौधरी ने की।

जारीकर्ता : ललन चौधरी , उमेश सिंह , रामवृक्ष राम , मणिकांत पाठक , नन्द किशोर सिंह , वी.वी. सिंह , महेन्द्र यादव , मणिलाल , विजय कुमार चौधरी , बिन्देश्वरी सिंह , अनूप कुमार सिन्हा

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