बंगाल ब्यूरो

कोलकाता। कोलकाता पुलिस के हाथों पकड़ा गया फर्जी आईएएस अधिकारी देवांजन देव से पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पता चला है कि उसने अब तक करीब 2000 लोगों को वैक्सीन के नाम पर निमोनिया का इंजेक्शन लगाया है। उसकी गिरफ्तारी के बाद अब तक उसके खिलाफ कम से कम सात प्राथमिकयां दर्ज हो चुकी हैं। इसमें उस पर धोखाधड़ी समेत कई आरोप लगे हैं।

तृणमूल कांग्रेस की लोकसभा सदस्य मिमी चक्रवर्ती की शिकायत और कसबा थाना के एक पुलिस अधिकारी की जांच के आधार पर प्राथमिकी दर्ज किये जाने के बाद देवांजन को गिरफ्तार कर लिया गया था। इसके बाद कोलकाता के न्यू मार्केट थाना में उसके खिलाफ दो प्राथमिकियां दर्ज करायी गयी।

पता चला है कि न्यू मार्केट थाना में 15 जून को ही कोलकाता नगर निगम के कमिश्नर की ओर से उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी, लेकिन उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। उस पर कार्यक्रमों के आयोजन के लिए परमिशन देने वाले विभाग का लेटरपैड और मोहर चोरी करने के आरोप हैं। बताया जा रहा है कि बाद में उसने फर्जी लेटर पैड और सील-मोहर बनवाकर कई कार्यक्रमों का आयोजन किया। जांच में शामिल एक अधिकारी ने बताया कि उसने राज्य सचिवालय का भी लेटर हेड और फर्जी स्टांप बनवा लिया था जिसके जरिए अधिकारियों पर धौंस जमाता था। उससे और अधिक पूछताछ की जा रही है।

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