विजय शंकर
पटना : अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे स्वर्गीय कैलाश सारंग के निर्वाण दिवस को “सेवा दिवस” के रूप में राष्ट्रीय स्तर पर बनाया जा रहा है । राष्ट्रीय नेतृत्व अभाकाम के राष्ट्रीय महामंत्री अजय श्रीवास्तव नीलू के द्वारा प्राप्त निर्देश के अनुसार अखिल भारतीय कायस्थ महासभा, बिहार प्रदेश भी ब्रह्मलीन स्वर्गीय कैलाश सारंग के निर्वाण दिवस को “सेवा दिवस” के रूप में मना रही है । अखिल भारतीय कायस्थ महासभा, बिहार प्रदेश के सभी सदस्य भी कल 14 नवंबर 2024 को प्रदेश कार्यालय में “सेवा-दिवस के रूप में स्व सारंग का निर्वाण दिवस मना रहे हैं नाया जायेगा ।
अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं संरक्षक की परिकलपना थी कि यदि हम हिंदू समाज को मानव शरीर के रूप में समझें तो अलग-अलग समाज मानव शरीर के समान है । ब्रह्मलीन श्री कैलाश सारंग जी ने कायस्थ समाज को मानव शरीर का मस्तिष्क बताया था । वे अक्सर कहा करते थे कि समग्र हिंदू समाज को स्वस्थ, संगठित और मजबूत बनाए रखने के लिए कायस्थ समाज को संगठित, सकारात्मक और सक्रिय होना जरूरी है। ऐसे महापुरुष ब्रह्मलीन श्री कैलाश नारायण सारंग जी के दिनांक 14 नवंबर को उनके निर्वाण दिवस के अवसर पर पूरे देश में अखिल भारतीय कायस्थ महासभा द्वारा विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी “सेवा दिवस” के रूप में यह दिन मनाना सुनिश्चित किया गया है। अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के राष्ट्रीय, प्रादेशिक, जिलों के पदाधिकारीगण और अन्य सभी चित्रांश बंधुओ से निवेदन किया गया है कि इस अवसर पर उनका स्मरण करें, गरीबों को फल, दवाईयां , वस्त्र इत्यादि वितरित करें। गरीबों व जरूरतमंद लोगों की मदद करें और उनकी सेवा करें । आर्थिक रूप से कमजोर चित्रांश बंधुओ की मदद करे, यह वास्तव में हमारे श्री कैलाश सारंग जी के लिए सबसे बड़ी श्रद्धांजलि होगी ।