मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जयनगर में कमला नदी पर बराज निर्माण कार्य एवम कमला बलान बायां एवम दायां तटबंध ऊंचीकारण, सुदृहीकारण एवम पक्कीकरण कार्य फेज 1का कार्यारंभ करते हुए

vijay  shankar 
पटना, :-मुख्यमंत्री  नीतीश कुमार ने आज मधुबनी जिले के जयनगर में कमला नदी पर बराज निर्माण कार्य तथा कमला बलान बांया एवं दांया तटबंध के उच्चीकरण, सुदृढ़ीकरण एवं पक्कीकरण कार्य फेज-1 (पिपरा घाट से ठेंगहा पुल तक 80 कि०मी० की लंबाई में) का रिमोट के माध्यम से कार्यारंभ किया।

इस अवसर पर डी०बी० कॉलेज मैदान में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सबों की उपस्थिति के लिए आपको धन्यवाद देता हूं और आपका अभिनंदन करता हूं। जल संसाधन विभाग को आज की योजनाओं के कार्यारंभ के अवसर पर कार्यक्रम के आयोजन के लिए बधाई देता हूं। उन्होंने कहा कि आपने मुझे इस अवसर पर आमंत्रित किया है। यह देखकर मुझे खुशी हो रही है। अभी कार्यक्रम की शुरुआत के पूर्व हमने निर्माण कार्य स्थल पर जाकर निरीक्षण किया। हम पहले भी इस स्थल का मुआयना कर हैं। शहर चुके में रेल लाइन के ऊपर आर०ओ०बी० निर्माण के लिए हमने जिलाधिकारी को निर्देश दिया है। आर०ओ०बी० निर्माण के लिए ब्रिज का फंड रेल मंत्रालय देता है और एप्रोच का खर्च राज्य सरकार वहन करती है लेकिन हमने कहा है कि इसके लिये रेल मंत्रालय तैयार हो या नहीं हो, राज्य सरकार अपनी तरफ से ही आर०ओ०बी० का निर्माण करायेगी। लोगों को आने-जाने में कठिनाई न हो इसके लिये इसका निर्माण कराया जायेगा। बिहार की कई महत्वपूर्ण जगहों में से जयनगर भी एक महत्वपूर्ण स्थल है। शहर विकसित हो रहा है और यहां की आबादी लगातार बढ़ रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कमला नदी पर बियर का निर्माण 1970 में हुआ था, जो आज उतना इफेक्टिव नहीं है। इसके लिये हमलोगों ने फैसला किया कि कमला नदी पर बराज का निर्माण कराया जायगा और आज इसका कार्यारंभ भी हो रहा है। इससे पानी का फ्लो ठीक रहेगा, नियंत्रित रहेगा और सिंचाई के लिए भी इसकी उपयोगिता होगी। कमला नदी के बायें और दायें तटबंध को काफी नुकसान हुआ था। 12 जुलाई 2019 को हमने इसका एरियल सर्वे किया था। 13 जुलाई को सभी विधायकों एवं विधान पार्षदों के साथ जल-जीवन- हरियाली अभियान को लेकर 8 घंटे तक विचार विमर्श कर इस अभियान की शुरुआत की थी। वर्ष 2020 में भी हमने इसका निरीक्षण किया था। उन्होंने कहा कि पिपराघाट से ठेंगहा पुल तक कुल 80 कि०मी० की लंबाई में तटबंध का उच्चीकरण किया जायेगा और उसकी भी शुरूआत हो गयी है। उन्होंने कहा कि हमलोग बाढ़ से राहत दिलाने के लिये काम कर रहे हैं। पहले बाढ़ राहत का काम नहीं होता था। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2007 में बाढ़ से 22 जिले प्रभावित हुये थे, जगह राहत पहुंचाई गयी थी। बाढ़ पीड़ितों के लिए हम एक-एक काम करते हैं। हमने शुरु से कहा है कि राज्य के खजाने पर सबसे पहला अधिकार आपदा पीड़ितों का है। हमने उसी समय एक-एक क्विंटल अनाज देना शुरू किया तो हमें दरभंगा में क्विंटलिया बाबा कहा जाने लगा। बाढ़ प्रभावित परिवारों के खाते में 6 हजार रुपये सहायता के लिए भेजे जाते हैं। बिहार में बाढ़ की समस्या नेपाल की वजह से है, नेपाल की नदियों में अधिक पानी आने से यहां की नदियों का जलस्तर बढ़ जाता है। इससे राज्य के कई जिलों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होती है। जल संसाधन विभाग के अंतर्गत सिंचाई और बाढ़ से बचाव के कार्य को दो अलग भागों में बांटा गया, इससे सिंचाई का कार्य भी बेहतर ढंग से संचालित हो रहा है और बाढ़ नियंत्रण के लिए भी ठीक ढंग से काम किया जा रहा है। सात निश्चय-2 के अंतर्गत हमने हर खेत तक सिंचाई का पानी पहुंचाने का निर्णय लिया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों ने इस डी०बी० कॉलेज की समस्याओं के बारे में बातें रखी हैं। इसको लेकर शिक्षा मंत्री से बात करेंगे और इस कॉलेज के बेहतर भवन निर्माण और पठन-पाठन को लेकर जरूरी कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि यहां बताया गया कि डी०बी० कॉलेज की हालत बहुत खराब है। हमारा काम है आपकी सेवा करना । सेवा करना ही हमारा धर्म है, हम समाज के हर तबके के उत्थान के लिये काम करते हैं। हमने किसी की उपेक्षा नहीं की है। महिलाओं के उत्थान के लिए कई कदम उठाए गए हैं। हमने जीविका समूह का गठन किया। इसका नामकरण हमारा ही किया हुआ है, केन्द्र सरकार ने इससे प्रभावित होकर आजीविका समूह बनाया। हमने लड़कियों के लिये साइकिल योजना एवं पोशाक योजना शुरू की। लड़कों की मांग पर उनके लिये भी साइकिल योजना आरंभ की गयी। पिछले साल मैट्रिक परीक्षा में लड़कियों की संख्या लड़कों से ज्यादा हो गयी। लड़कियां अगर शिक्षित होंगी तो प्रजनन दर भी घटेगा। जब हमने काम संभाला था उस समय राज्य का प्रजनन दर 4.3 था, जो अब घटकर 3 हो गया है और हमलोग इसी प्रकार कोशिश करेंगे तो यह घटकर 2 पर आ जाएगा। लड़कियां शिक्षित होंगी तो आबादी भी नियंत्रित होगी। इसको भूलियेगा मत। 2015 में आपकी ही मांग पर हमने कहा था कि अगर फिर से काम करने का मौका मिला तो शराबबंदी लागू करेंगे और हमने शराबबंदी लागू की। एक बार फिर से हम अभियान आरंभ करने वाले हैं। 22 दिसम्बर से शराबबंदी के पक्ष में अभियान चलाएंगे। गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई हो रही है। कुछ लोग गड़बड़ करने वाले होते ही हैं। शराब पीना खराब चीज है, शराब पीने से अनेक प्रकार की बीमारियां होती हैं। हम सभी से आग्रह करेंगे कि इसको भूलियेगा मत। अगर कोई अगल-बगल में गड़बड़ी करे तो उसकी सूचना दीजिये, महिलाएं इस अभियान में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेंगी तो इसका अधिक असर पड़ेगा। 90 प्रतिशत लोग सही हैं लेकिन कुछ लोग तो गड़बड़ करते हैं। कुछ अस्पतालों में भर्ती मरीजों के भोजन आदि का प्रबंध जीविका समूह के माध्यम से कराया जा रहा है। अब मरीजों को बेहतर भोजन मिल रहा है। महिलाओं के बिना कोई विकास नहीं होगा। महिलाओं की उपेक्षा नहीं होनी चाहिये। मां, बहन, बेटी का पूरा ख्याल रखें। अगर वही साथ देंगी तो आप आगे बढ़ेंगे। सभी को ज्यादा से ज्यादा काम मिले, देश विकसित हो, राज्य विकसित हो इसके लिये केन्द्र और राज्य सरकार काम कर रही है। महिलाओं से अनुरोध है कि शराबबंदी के अभियान को सफल बनायें। कुछ लोग शराबबंदी कानून की वजह से मेरे खिलाफ हो गये हैं और मेरे खिलाफ कुछ न कुछ बोलते रहते हैं। उन बातों पर हम ध्यान नहीं देते और हम काम करते रहते हैं। अब कितना काम हो रहा है और पहले कितना काम होता था? पहले महिलाओं की क्या स्थिति थी, अब उनका कितना विकास हुआ है। मेरा आपसे आग्रह है कि आज जो काम शुरू हुआ है उसको जल्द से जल्द पूरा करें। हम एक बार फिर बिना बताये इसका औचक निरीक्षण करेंगे और कार्य की प्रगति की जानकारी लेंगे। मुझे पूरा भरोसा है कि आप लोग इस कार्य जल्द से जल्द पूरा करेंगे।

कार्यक्रम के पूर्व मुख्यमंत्री ने कार्यारंभ स्थल कमला बराज जाकर स्थल निरीक्षण किया एवं अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। कार्यारंभ स्थल से लौटने के क्रम में मुख्यमंत्री ने जयनगर शहर में रेलवे स्टेशन के समीप भी स्थल निरीक्षण किया और इसके संबंध में विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने आर०ओ०बी० के निर्माण के संबंध में जिलाधिकारी को निर्देश दिया।

कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री का स्वागत पौधा, स्मृति चिन्ह, अंगवस्त्र, पाग एवं मिथिला पेंटिंग भेंटकर किया गया। कार्यक्रम के दौरान कार्यारंभ की गयी योजना से संबंधित लघु वृत्तचित्र प्रदर्शित की गयी।

कार्यक्रम को जल संसाधन सह सूचना एवं जन-संपर्क मंत्री श्री संजय कुमार झा, खाद्य एवं उपभोक्ता मंत्री सह मधुबनी जिले की प्रभारी मंत्री श्रीमती लेशी सिंह, लोक स्वास्थ्य मंत्री श्री रामप्रीत पासवान, परिवहन मंत्री श्रीमती शीला कुमारी, विधायक श्री अरुण शंकर प्रसाद एवं जल संसाधन विभाग के सचिव श्री संजीव हंस ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर विधायक श्री सुधांशु शेखर, विधायक श्री हरि भूषण ठाकुर बचौल, विधायक श्रीमती मीना कामत, पूर्व मंत्री श्री लक्ष्मेश्वर राय, विधान पार्षद श्री घनश्याम ठाकुर, पूर्व विधान पार्षद श्री दिलीप चौधरी, पूर्व विधान पार्षद श्री उदयकांत चौधरी, पूर्व विधान पार्षद श्री विनोद कुमार सिंह, संस्कृत शिक्षा बोर्ड की अध्यक्ष डॉ० भारती मेहता सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह, मधुबनी के जिलाधिकारी श्री अमित कुमार, पुलिस अधीक्षक डॉ० सत्यप्रकाश सहित अन्य वरीय अधिकारीगण एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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