नेशनल ब्यूरो 
नई दिल्ली। पत्रकारों की संस्था जर्नलिस्ट काउंसिल ऑफ इंडिया (जेसीआई) ने देश में पत्रकारों पर बढ़ते हमले और पुलिस द्वारा दर्ज किए जा रहे लगातार फर्जी मामलों पर चिंता जताई है। संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुराग सक्सेना ने कहा है कि आज सच को दिखाना और सच उजागर करना पत्रकारों के लिए एक चुनौती बन चुका है। दिन पर दिन मुश्किल बढ़ती जा रही है। ऐसे हालात में निष्पक्ष और निर्भीक पत्रकारिता करना बहुत कठिन और जोखिम का कार्य बन चुका है। उन्होंने पत्रकारों की सुरक्षा के मद्देनजर मांग की है कि महाराष्ट्र की तरह देश के सभी राज्यों में जर्नलिस्ट प्रोटेक्शन एक्ट लागू किया जाए।
सक्सेना ने बताया कि अभी हाल ही में छत्तीसगढ़ के विलासपुर में पत्रकार तपन गोस्वामी पर भू-माफिया द्वारा जानलेवा हमला किया गया। मध्य प्रदेश में ग्रामीणों के आरोप पर विधायक के खिलाफ खबर प्रसारित करने पर भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा पत्रकार नीरज सोनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया। झारखंड के लालपुर थाना क्षेत्र में वरिष्ठ पत्रकार महादेव सेन और उनके पुत्र व भाई के साथ मारपीट की गई। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में पत्रकार पाटेश्वरी सिंह पर लोहे की राड से जानलेवा हमला हुआ। इन घटनाओं से पता चलता है कि आज देश में सच उजागर करना पत्रकारों के लिए कितना मुश्किल काम है। भय का माहौल बनता जा रहा है।
उन्होंने कहा कि अब वक्त आ गया है कि सभी पत्रकार साथी और पत्रकार संगठन एकजुट होकर हर प्रदेश में महाराष्ट्र की तरह जर्नलिस्ट प्रोटेक्शन एक्ट लागू होने की पुरजोर तरीके से मांग करें। साथ ही सभी पत्रकारों को प्रेस कानून और प्रेस काउंसिल आँफ इंडिया द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करना चाहिए।
अध्यक्ष अनुराग सक्सेना ने कहा कि हमारी ताकत हमारी कलम है। पत्रकार हमेशा हर मजलूम की आवाज प्रमुखता से उठाता है। हर सच किसी भी कीमत पर वह समाज के सामने लाता है, लेकिन पत्रकारों पर ही आरोप भी लगते हैं। सक्सेना ने देश के सभी पत्रकारों से अपील करते हुए कहा कि यदि किसी पीड़ित पत्रकार की समस्या उनके सामने आती है तो वे उसे प्रमुखता से अपने समाचार पत्र, न्यूज पोर्टल और चैनल में स्थान दें, जिससे जल्द से जल्द पीड़ित पत्रकार की समस्या शासन-प्रशासन तक पहुंच सके और उसका निस्तारण किया जाए।

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