रौषण
महुदा-(धनबाद) : महुदा में बच्चों को अब पढ़ाई नहीं लॉकडाउन में फ्री फायर खेलने का जुनून। दुनिया भर में मशहूर है फ्री फायर छोटे से बड़े बच्चे तक फ्री फायर खेलने का शौक रखता है। लेकिन अब बच्चे पढ़ाई नहीं फ्री फायर में दिल लगा बैठे। वैसे ही बेरोजगार पड़े हुए हैं लोग। लेकिन महुदा के ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों ने अब फ्री फायर में दिल लगा बैठे हैं। इस दौरान शहर वासियों और ग्रामीण वासियों ने छोटे-छोटे बच्चे और युवा भी पब्जी एंव फ्री फायर मोबाइल गेम की लत में फंस चुके हैं। इससे बच्चे व युवाओं पर शारीरिक व मानसिक रूप से कुप्रभाव पड़ रहा है। इस मामले पर बड़े बुजुर्गों को कहना है कि इस पर संज्ञान लेना चाहिए अपने बच्चों को लंबे समय तक स्मार्ट फोन न दें और अगर किसी के मोबाइल में इस तरह का गेम है तो उसे तुरंत डिलीट कर दें। सरकार को भी इस ओर कोई पहल करना चाहिए। मानसिकता प्रभाव छोटे-छोटे बच्चों की मानसिकता अब गेम पर है। जो छोटे बच्चे कलम कॉपी पर ध्यान देता था आज वही अब मोबाइल पर फ्री फायर खेलने के लिए ज्यादा समय बिताता है। ऐसे में बच्चों का भविष्य बिगड़ते नजर आ रहा है और बच्चों को मानसिकता गेम के ऊपर बढ़ते चला जा रहा है हर समय इस गेम को खेलने का शौक बच्चों का लगा रहता है। यह बच्चों व युवाओं के लिए काफी नुकसानदायक हो सकता है। एक तरह से देखा जाए तो किसी नशे के आदि हो जाने जैसा लत अब वहीं फ्री फायर गेम की लत बच्चे में फंसते नज़र आ रहे है।