बिमल चक्रवर्ती
धनबाद: जिले में धान अधिप्राप्ति की तैयारियों से संबंधित कार्यों की समीक्षा के लिए सोमवार को समाहरणालय के सभागार में धनबाद उपायुक्त की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया। इस संबंध में उपायुक्त संदीप सिंह ने कहा कि राज्य सरकार का यह उद्देश्य है कि जो किसान धान की पैदावार कर रहा है, उसे उसका उचित मूल्य मिलना चाहिए। प्रायः ऐसा देखा जाता है कि धान अधिप्राप्ति की अवधि में गांव में कई प्रकार की अफवाहें फैलाई जाती है। जिसका फायदा उठाकर व्यापारी एवं दलाल किस्म के लोग कब मूल्य पर छोटे किसानों से धान की खरीदारी करते हैं। जिसके उपरांत सभी किसानों से इकट्ठा धान को वह धान अधिप्राप्ति केंद्र पर लाकर न्यूनतम समर्थन मूल्य पर बेचते हैं। बैठक में उपायुक्त ने सभी को यह स्पष्ट निर्देश दिया कि इस प्रकार की कार्रवाई जिले में नहीं होनी चाहिए। जिसे सुनिश्चित करने के लिए सभी क्रय केंद्रों पर जिले से बनाई गई टीम द्वारा औचक निरीक्षण किया जाएगा। साथ ही पूरी प्रक्रिया की ऑनलाइन एवं ऑफलाइन माध्यम से निरंतर निगरानी की जाएगी। उन्होंने बताया कि 15 दिसंबर 2021 से सभी क्रय केंद्रों पर किसानों से धान का क्रय किया जाएगा। इसके लिए सभी जगह बीसीओ, जन सेवक एवं कंप्यूटर ऑपरेटर की प्रतिनियुक्ति की गई है। साथ ही सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध करा दिया गया है। 12 दिसंबर 2021 से सभी किसानों के निबंधित मोबाइल नंबर पर एसएमएस के माध्यम से इसकी सूचना भी प्रेषित की जाएगी। साथ ही धान की बिक्री करने वाले किसानों को क्रय केंद्र पर धान पहुंचाने के उपरांत कुल मूल्य का 50% उनके खाते में उपलब्ध करा दिया जाएगा। उन्होंने बैठक में उपस्थित सभी संबंधित पदाधिकारियों को इस संबंध में व्यापक जागरूकता फैलाने एवं सभी किसानों तक सही एवं सटीक जानकारी उपलब्ध कराने का स्पष्ट निर्देश दिया। साथ में ही पूरी प्रक्रिया का ससमय क्रियान्वयन करने का निर्देश दिया। जिले के किसान समय सीमा के अंदर ऑनलाइन के माध्यम से https://uparjan.jharkhand.gov.in/Bazaar App पर या संबंधित प्रखंड के सहकारिता पदाधिकारी / प्रखंड कृषि पदाधिकारी के माध्यम से भी पंजीकरण के लिए आवेदन जमा कर सकते हैं। बैठक में उपायुक्त, जिला आपूर्ति पदाधिकारी, जिला सहकारिता पदाधिकारी समेत पैक्स एवं राइस मिल के प्रतिनिधि उपस्थित थे ।