विजय शंकर
पटना। जद(यू) प्रदेश प्रवक्ता हिमराज राम और प्रदेश प्रवक्ता सुश्री अनुप्रिया ने कहा है कि पार्टी की पोल खोल यात्रा से भारतीय जनता पार्टी की जन विरोधी नीतियों की पोल खुल रही है और लोग बीजेपी के असली चेहरे को पहचान रहे हैं। पार्टी प्रवक्ताओं ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ ठोस कदम उठाने की बजाय जनता का ध्यान भटकाने में लगी है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर दलितों और पिछड़ों का विरोधी होने के गंभीर आरोप लगाए।
पार्टी प्रवक्ताओं ने कहा कि राज्य में जाति आधारित गणना के काम को रोकने की बीजेपी ने तमाम कोशिशें की। उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने अपनी सहयोगी संस्था ‘‘यूथ फाॅर इक्वालिटी’’ की मदद से उसे रुकवाने की कोशिशें की। इतना ही नहीं उन्होंने जाति सर्वे के काम में अड़ंगा डालने के मकसद से कोर्ट में अपनी सहयोगी संस्थाओं की मदद से याचिका भी डलवाई। दोनों प्रवक्ताओं ने बीजेपी से सवाल पूछते हुए कहा कि जाति आधारित गणना को लेकर अगर बीजेपी की मंशा सही है तो फिर उसने साॅलिसिटर जनरल की मदद से सुप्रीम कोर्ट में बिना पूछे अपना मंतव्य क्यों दाखिल किया?
दोनों प्रवक्ताओं ने आरोप लगाते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने अति पिछड़े स्टूडेंट्स के लिए चलाई जा रही बाबू जगजीवन राम छात्रावास योजना को भी बंद कराने का काम किया। उन्होंने कहा कि बीजेपी जान बूझकर देश में जनगणना का काम नहीं कराना चाहती है। उन्होंने कहा कि जनगणना का काम नहीं होने से परिसीमन का काम नहीं हो पाएगा जिससे देश में संवैधानिक संकट उत्पन्न हो जायेगा। पार्टी प्रवक्ताओं ने कहा की परिसीमन नहीं होने से एससी/एसटी को उनकी जनसंख्या के आधार पर लोकसभा और विधानसभा में मिलने वाले आरक्षण से उन्हें वंचित होना पड़ेगा।