घटना की उच्चस्तरीय जांच कर मेन थानाध्यक्ष की तत्काल बर्खास्तगी और सभी दोषी पदाधिकारियों पर कारवाई की दोहराई मांग
गया ( श्याम किशोर ) : जिले के चर्चित आढ़तपुर पुलिस बर्बरता कांड के खिलाफ विरोध लगातार तेज होता जा रहा है। शनिवार को भाकपा-माले ने जिला मुख्यालय सहित सभी प्रखंड मुख्यालय में घटना के खिलाफ प्रतिवाद मार्च निकालकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला फूंका। माले कार्यकर्ताओ ने घटना की उच्चस्तरीय जांच कराओ, मेन थानाध्यक्ष को तत्काल बर्खास्त करो, सभी दोषी पदाधिकारियों पर कारवाई करो, की मांग कर रहे थे। पुलिस-प्रशासन-बालू माफिया गठजोड़ मुर्दाबाद के नारे लगा रहे थे।
शहर में प्रतिवाद मार्च जिला समाहरणालय स्थित अम्बेडकर पार्क से जीबी रोड होते हुए टावर चौक तक जुलूस निकाला और मुख्यमंत्री का पुतला फूंका गया।
मार्च का नेतृत्व ऐपवा जिला सचिव रीता वर्णवाल , भाकपा-माले जिला कमिटी सदस्य सुदामा राम, रामचंद्र प्रसाद, ट्रेड यूनियन नेता श्यामलाल प्रसाद, किसान महासभा के नवल किशोर यादव,शम्भू राम कर रहे थे।
ऐपवा जिला सचिव रीता वर्णवाल ने कहा कि आढ़तपुर की घटना लोकतंत्र को शर्मशार करने वाली घटना है। बालू माफियाओं के दवाब में जिला प्रशासन और पुलिस ने ग्रामीणों के विरोध को लाठी-गोली की ताकत पर रोकने की कोशिश की है। प्रशासन ने बातचीत के बजाए टकराव का रास्ता चुना जो दुर्भाग्यपूर्ण है। भाकपा-माले किसी भी कीमत पर पुलिस-प्रशासन और बालू माफिया गठजोड़ को बर्दास्त नहीं करेगी। आगामी सोमवार को इस घटना के खिलाफ बेलागंज बाजार बंद रहेगा।
जिला मुख्यालय सहित टेकारी, बेलागंज, मोहनपुर के इंटवां, डोभी, बाराचट्टी, खिजरसराय के कुड़वा में प्रतिवाद मार्च निकालकर मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया गया।
आक्रोश मार्च बेलागंज प्रखंड में सचिव मुन्द्रिका राम, इनौस राज्य उपाध्यक्ष तारिक अनवर, मोहनपुर के इंटवां बाजार में माले नेता पिंटू यादव व रामविलास दास, अजय प्रसाद, बाराचट्टी में श्रीचंद दास, डोभी में रामलखन प्रसाद, संजय मंडल, शीला वर्मा, ने किया।