मुकेश सहनी मामले में नीतीश कुमार अविलंब इस्तीफ़ा दें : तेजस्वी
पटना : पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री मुकेश सहनी के भाई को लेकर शुक्रवार को दिन भर बिहार की राजनीति गरम रही। विस में मामला उठने के बाद सीएम नीतीश ने संज्ञान लिया और कहा कि वाकई में इस तरह की बात है तो यह आश्चर्यजनक स्थिति है। सीएम के तल्ख लेवर के बाद मुकेश सहनी भागे-भागे विप पहुंचे और सीएम नीतीश से मुलाकात की थी। मुख्यमंत्री के सामने उन्होंने गलती स्वीकार की और कहा कि आगे से इस तरह की गलती नहीं होगी। सीएम नीतीश के सामने गलती स्वीकार करने के बाद सहनी ने सार्वजनिक तौर पर गलती स्वीकार की और कहा कि आगे इस तरह का काम नहीं करेंगे। इसके बाद सीएम नीतीश ने सहनी को माफ कर दिया। इसके बाद तेजस्वी यादव ने सहनी के पूरे कारनामे की पोल खोल दी है। मुकेश सहनी के भाई ने हाजीपुर में कोई पहली घटना नहीं पहले भी पूर्णिया और खगड़िया में इस तरह का कारनाम कर चुका था। इधर तेजस्वी यादव ने मुकेश सहनी की पोल खोलते हुए कहा कि नीतीश कुमार अविलंब इस्तीफ़ा दें । मुख्यमंत्री को यह भी नहीं पता,उनकी सरकार में क्या हो रहा है? एक मंत्री की जगह उनका हमशक्ल भाई अब तक अनेक जिलों में शीर्षस्थ पदाधिकारियों की उपस्थिति में सरकारी योजनाओं का उद्घाटन कर चुका है ।
पूर्णिया में भाजपा विधायक विजय खेमका और प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में फरवरी महीने में ही समाहरणालय भवन में मंत्री के भाई संतोष सहनी सरकारी कार्यक्रम में शामिल हुए थे। इस दौरान सीएम नीतीश के अधिकारियों ने वीआईपी ट्रीटमेंट किया था। मुकेश सहनी के भाई को उंची कुर्सी दी गई थी और सरकारी मेहमान बनाया गया था।
सहनी के बाद आज खुद मुख्यमंत्री ने इस पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि किसी भी सरकारी कार्यक्रम में परिवार और पार्टी का कोई व्यक्ति गेस्ट नहीं बन सकता ,यह गलत है। हमने मुकेश सहनी को बुलाकर इसके बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि हां गलती हुई है। जानकारी के अभाव में उन्होंने इस तरह की गलती की है । आगे इस तरह की बात नहीं होगी इसका आश्वासन भी दिया है। सीएम नीतीश ने कहा कि उन्हें इस बारे में जानकारी नहीं थी लेकिन विपक्ष के कुछ सदस्यों ने इसके बारे में जानकारी दी तब हमें पता चला। इसके बाद हमने उनको बुलाया और पूछा। जिन लोगों ने हमें जानकारी दी उन्होंने भी अच्छा काम किया। कम से कम जानकारी तो हो गई। कभी-कभी होता है कि किसी व्यक्ति को पूरी बात की जानकारी नहीं होती। सरकारी कार्यक्रम में भूतपूर्व माननीयों को आमंत्रित किया जाता रहा है लेकिन पार्टी और परिवार का व्यक्ति आपकी जगह पर चल जाये यह ठीक नहीं। हर कोई किसी कार्यक्रम में आ-जा सकता है लेकिन औपचारिक भूमिका नहीं निभा सकता। जो भूमिका आपको निभानी है वो कोई दूसरा नहीं निभा सकता। हम जब जाने तो हमको आश्चर्य हुआ और हमने विधानसभा में कह दिया।
बता दें मंत्री मुकेश सहनी के भाई संतोष सहनी ने बुधवार को हाजीपुर में एक सरकारी कार्यक्रम में मत्स्य विभाग की योजना के तहत चयनित मछलीपालकों को आइस बॉक्स, मोपेड, बाइक और छोटी मालवाहक गाड़ियां वितरित की थीं। इस कार्यक्रम में मुकेश सहनी को जाना था। सदन में विपक्षी सदस्यों ने आरोप लगाया कि मुकेश सहनी ने अपनी जगह अपने भाई संतोष सहनी को भेज दिया। ऐसा कर उन्होंने सरकार और सरकारी कार्यक्रम का मजाक उड़ाया है। विपक्षी सदस्यों का विरोध इस कदर बढ़ गया कि सदन में CM नीतीश कुमार को खुद हस्तक्षेप करना पड़ा। इस मामले में सरकार को बैकफुट पर आना पड़ा।