झामुमो प्रतिनिधिमंडल मिलेगा उपायुक्त व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से

चाईबासा ब्यूरो
चाईबासा । लगता है अधिकारी विहीन चाईबासा हो गया है । एक अफसर के जिम्मे 10-10 पदों का प्रभार है और काम राम भरोसे चल रहा है । प्रशासन के इस रुख से विरोध के स्वर फूटने लगे हैं ।
भूमि सुधार उपसमाहर्ता, अपर उपायुक्त, निदेशक राष्ट्रीय ग्रामीण नियोजन कार्यक्रम, निदेशक जिला ग्रामीण विकास अभिकरण, जिला स्थापना उप समाहर्ता, नोडल अधिकारी सदर अस्पताल चाईबासा, वरीय पदाधिकारी नजारत शाखा, निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी विधायक मद, भू-अर्जन पदाधिकारी समेत पहले से ही नौ – नौ पदों का प्रभार ग्रहण किए हुए जिला भू-अर्जन पदाधिकारी एजाज अनवर को प० सिंहभूम जिला DMFT CELL जैसे महत्वपूर्ण शाखा का एक और अतिरिक्त प्रभार दे दिया गया है । प० सिंहभूम DMFT CELL का नोडल पदाधिकारी का प्रभार दिए जाने से कार्यों का न सिर्फ अतिरिक्त बोझ पड़ेगा बल्कि इस विभाग के साथ पूर्व के प्रभार वाले विभागों का कामकाज भी प्रभावित होगा । साथ ही DMFT CELL के कार्यकलाप पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा ।
जिले के बुद्धिजीवियों व सामाजिक सगठनों का कहना है कि प्रशासनिक एवं कार्य हित में उपायुक्त को इस निर्णय पर पुनर्विचार करना चाहिए । झामुमो प० सिंहभूम जिला समिति के सचिव सोनाराम देवगम ने बताया कि झामुमो प० सिंहभूम जिला समिति का एक प्रतिनिधिमंडल इस मामले को लेकर उपायुक्त से मिलेगा और लिए गए निर्णय पर पुनर्विचार करने का आग्रह करेगा । साथ ही साथ मा० मंत्री श्रीमती जोबा माझी, मा० विधायक दीपक बिरुवा और मा० मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भी इससे अवगत करा कर इस मामले को संज्ञान में लेने का आग्रह करेगा ।
उल्लेखनीय है कि DMFT CELL के नोडल पदाधिकारी के रुप में जिला के कार्यपालक दण्डाधिकारी गिरिजानन्द किस्कू जो कि एक ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ आदिवासी पदाधिकारी रहे हैं । उन्होंने अब तक बहुत अच्छा कार्य किया है लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि एक आदिवासी पदाधिकारी होने के कारण वे कुछ लोगों के लिए आंख की किरकिरी भी बने हुए थे जिसके कारण उनसे DMFT CELL के नोडल पदाधिकारी का प्रभार छीन लिया गया है ।

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *