नेशनल ब्यूरो
नई दिल्ली : पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर और 1983 विश्व विजेता भारतीय टीम का हिस्सा रहे यशपाल शर्मा का मंगलवार सुबह हार्ट अटैक की वजह निधन हो गया। वे 66 वर्ष के थे। यशपाल शर्मा ने भारत के लिए 37 टेस्ट और 42 एकदिवसीय मैच खेले थे। यशपाल शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट में 1606 रन बनाए। … यशपाल शर्मा 2000 के दशक के शुरुआती वर्षों में राष्ट्रीय चयनकर्ता भी रहे। वह उस चयन पैनल का हिस्सा थे, जिसने 2004 में महेंद्र सिंह धोनी को राष्ट्रीय टीम में पहला मौका दिया था। 1983 विश्वकप विजेता टीम का अहम हिस्सा थे । कपिल, मदनलाल व कीर्ति समेत साथी खिलाड़ियों में शोक व्यक्त किया है ।
यशपाल शर्मा ने इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में 1979 में अपना टेस्ट डेब्यू किया था, जबकि 1983 में अपना आखिरी टेस्ट मैच खेला था। यशपाल शर्मा ने 1978 में वनडे डेब्यू किया था और 1985 में अपना आखिरी वनडे मैच खेला था।
1983 की विश्व विजेता टीम में यशपाल शर्मा के साथ खेलने वाले पूर्व भारतीय क्रिकेटर मदनलाल ने अपने साथी खिलाड़ी के निधन पर कहा कि वह विश्वास नहीं कर पा रहे हैं कि ऐसा हुआ है। हमने पंजाब से खेल की शुरुआत की थी, फिर वर्ल्डकप में भी हम एक साथ खेले। मदनलाल ने बताया कि अभी कपिल देव और टीम के अन्य सदस्यों से भी बात हुई है, हर कोई इस खबर से हैरान है।
यशपाल शर्मा के अपने पीछे अपनी पत्नी, तीन बच्चों को छोड़कर गए हैं। उनके बच्चे विदेश में पढ़ाई करते हैं। यशपाल शर्मा भारतीय क्रिकेट टीम के राष्ट्रीय चयनकर्ता भी रह चुके हैं।
पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आज़ाद ने कहा कि आज हमारा परिवार टूट गया है। यशपाल शर्मा ने ही 1983 विश्व कप जीत का एजेंडा तय किया था। अभी हमने 25 जून को ही मुलाकात की थी, तब वह काफी खुश थे। हमारी टीम में वो सबसे फिट खिलाड़ियों में से एक थे। कीर्ति आज़ाद के मुताबिक, आज सुबह वह जब मॉर्निंग वॉक से वापस लौटे तब उन्हें सीने में दर्द हुआ था। उसी के बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया। जहां उनका निधन हो गया।
यशपाल शर्मा ने भारत के लिए कुल 37 टेस्ट मैच खेले थे, जिसमें उन्होंने करीब 34 की औसत से 1606 रन बनाए थे। वहीं, 42 वनडे मैच में उन्होंने 883 रन बनाए थे।
यशपाल शर्मा 1983 में विश्व कप जीतने वाली टीम का अहम हिस्सा थे। विश्व कप में वेस्टइंडीज़ के खिलाफ खेले गए पहले मैच में यशपाल शर्मा ने 89 रनों की शानदार पारी खेली थी, जिसमें टीम इंडिया की जीत हासिल हुई थी। इसके अलावा सेमीफाइनल में भी यशपाल शर्मा ने 61 रनों की पारी खेली थी, तब भारत ने इंग्लैंड को हराया था।
1983 के विश्व कप के बाद यशपाल शर्मा का करियर लगातार ढलान की ओर जाने लगा। खराब प्रदर्शन के कारण यशपाल शर्मा को पहले टेस्ट टीम से बाहर किया गया, उसके बाद वह वनडे में भी वापसी नहीं कर सके।
यशपाल शर्मा मूलत: पंजाब के रहने वाले थे। उनका जन्म 11 अगस्त 1954 को हुआ था। पंजाब के स्कूल की ओर से खेलते हुए यशपाल शर्मा ने 260 रनों का पहाड़ सा स्कोर बनाया था, जिसके बाद से ही वो लगातार सुर्खियों में रहे थे।