जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक द्वारा आज पटना समाहरणालय परिसर का स्थलीय भ्रमण, 

डीएम ने कहाः नया समाहरणालय भवन होगा स्थापत्य कला का एक उत्कृष्ट उदाहरण; आधुनिक एवं प्रगतिशील बिहार की छवि प्रस्तुत करेगा

भवन का डिजायन भूकंप-रोधी, समाहरणालय में बेसमेन्ट एवं भूतल के अलावा पाँच फ्लोर

विजय शंकर

पटना : जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक द्वारा आज पटना समाहरणालय परिसर का स्थलीय भ्रमण किया गया। उन्होंने परिसर का निरीक्षण किया तथा नए समाहरणालय भवन के निर्माण कार्य में भौतिक प्रगति का जायजा लिया। स्थल पर ही उन्होंने समीक्षा बैठक भी की तथा पदाधिकारियों एवं अभियंताओं को आवश्यक निदेश दिया। कार्यपालक अभियंता, संरचना प्रमंडल-1, भवन निर्माण विभाग द्वारा जिलाधिकारी के संज्ञान में निर्माण कार्य में प्रगति को लाया गया।

जिलाधिकारी द्वारा पदाधिकारियों एवं अभियंताओं को दिनांक 1 मई, 2024 तक निर्माण कार्य पूर्ण कर लेने का निदेश दिया गया। उन्होंने कहा कि उप विकास आयुक्त, पटना श्री तनय सुल्तानिया की अध्यक्षता में एक त्रि-सदस्यीय कमिटि 24X7 क्रियाशील रहेगी एवं कार्यों में प्रगति का नियमित पर्यवेक्षण करेगी। समिति में अनुमंडल पदाधिकारी, पटना सदर श्रीकांत कुंडलिक खांडेकर तथा विशिष्ट पदाधिकारी, अनुभाजन श्री मनोरंजन कुमार बतौर सदस्य नियुक्त किए गए है। कार्यपालक अभियंता, भवन निर्माण विभाग समिति के संयोजक के तौर पर काम करेंगे तथा निदेशों का अनुपालन कराते हुए समय-समय पर प्रतिवेदन समर्पित करेंगे।

जिलाधिकारी ने कहा कि निर्माण में गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जा सकता। त्रि-सदस्यीय कमिटि इस पर लगातार नजर रखेगी एवं निदेशों का अनुपालन सुनिश्चित कराएगी।

डीएम श्री शीर्षत कपिल अशोक ने भवन निर्माण विभाग के संरचना प्रमंडल सं.-1 के कार्यपालक अभियंता श्री गौतम कुमार को त्वरित गति से निर्माण कार्य करने का निदेश दिया है। साथ ही उन्होंने सम्बद्ध एजेंसी को भी तत्परता से कार्य करने को कहा है। डीएम ने कहा कि फ्लोरवाईज टाइमलाईन के अनुसार निर्माण कार्य पूर्ण करें।

विदित हो कि जिलाधिकारी के स्तर से नए समाहरणालय भवन निर्माण कार्य में प्रगति का नियमित अनुश्रवण किया जाता है। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। भवन निर्माण विभाग के अभियंतागण, पदाधिकारीगण तथा एजेंसी के कर्मी दिन-रात लगे हुए हैं। संरचना का कार्य लगभग पूरा है। इसे फिनिशिंग टच दिया जा रहा है। समय-सीमा के अंदर इसे पूर्ण कर लिया जाएगा।

जिलाधिकारी ने कहा कि गंगा नदी के किनारे अवस्थित यह परिसर स्थापत्य कला का एक उत्कृष्ट उदाहरण होगा। उच्च तकनीकों पर आधारित एवं अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस यह भवन निर्माण के बाद राज्य की राजधानी में एक महत्वपूर्ण केन्द्र होगा। देश का सम्भवतः यह सबसे बड़ा अत्याधुनिक समाहरणालय होगा। जिलेवासियों के लिए यह वन-स्टॉप सॉल्युशन का काम करेगा। एक छत के नीचे जिला प्रशासन के सभी कार्यालय अवस्थित रहेंगे। इससे कार्य-संस्कृति और सुदृढ़ होगी तथा नागरिकों को अधिक सुगमता से सेवा प्रदान की जा सकेगी।

गौरतलब है कि इसका निर्माण भवन निर्माण विभाग के निर्माण प्रमंडल-1 द्वारा किया जा रहा है। भू-खण्ड का क्षेत्रफल (प्लॉट एरिया) 43,454 वर्ग मीटर अर्थात 10.74 एकड़ है। बिल्ट-अप एरिया 28,388 वर्ग मीटर है।

सचिव, भवन निर्माण विभाग, बिहार सरकार-सह-आयुक्त, पटना प्रमंडल श्री कुमार रवि के निर्देश पर निर्माण कार्य 18 मई, 2022 को प्रारंभ किया गया। एकरारनामा के अनुसार निर्माण कार्य की पूर्णता अवधि 25 महीने (जून, 2024) है। जिलाधिकारी ने कहा कि इससे पहले ही जिलेवासियों को यह सौगात मिलेगा।

विदित हो कि प्रस्तावित नए समाहरणालय भवन परिसर के उत्तर मे गंगा नदी एवं दक्षिण में गाँधी मैदान है। इसका डिजायन विद्यमान एवं आधुनिक वास्तुशैली का सरलीकृत मेल है। मुख्य भवन में 39 विभाग संचालित होगा। समाहरणालय में बेसमेन्ट एवं भूतल के अलावा पाँच फ्लोर होगा। केन्द्रीय समाहरणालय भवन के अतिरिक्त परिसर में दो और ब्लॉक- एसडीओ एवं डीडीसी ब्लॉक तथा डिस्ट्रिक्ट बोर्ड ऑफिस एवं बहुउपयोगी भवन ब्लॉक रहेगा। एसडीओ एवं डीडीसी ब्लॉक में बेसमेन्ट एवं भूतल के अलावा चार फ्लोर होगा।

सभी विभागों का अलग-अलग प्रवेश रहेगा। परिसर में एक केन्द्रीय हरित पब्लिक प्लाजा भी होगा। अंडरग्राउण्ड एवं खुला पार्किंग भी रहेगा। पर्याप्त प्राकृतिक प्रकाश एवं हवा की सुविधा रहेगी। भवन वीआरवी प्रणाली आधारित केन्द्रीकृत एयर कंडिशनर से लैस रहेगा। कैन्टीन एवं बैंक की भी सुविधा रहेगी।

प्रस्तावित नया समाहरणालय भवन परिसर में लगभग 205 ओपेन पार्किंग एवं लगभग 240 बेसमेन्ट पार्किंग की सुविधा रहेगी। सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से इस परिसर में उत्कृष्ट मापदण्डों का अनुपालन किया जाएगा। सीसीटीवी सर्विलैन्स, अत्याधुनिक अग्नि सुरक्षा तंत्र, प्रवेश-निकास कन्ट्रोल, पब्लिक एड्रेस सिस्टम, भूकम्प रोधी संरचना तथा आपातकालीन स्थिति में व्यवस्थित निकासी की सुविधा से यह भवन लैस रहेगा। 200 से 225 की संख्या में सीसीटीवी कैमरा लगा रहेगा। 200 लोगों के बैठने के लिए एक कॉन्फ्रेन्स रूम, 80 लोगों के लिए दूसरा कॉन्फ्रेन्स रूम तथा 40 लोगों के लिए एक अन्य कॉन्फ्रेन्स रूम रहेगा। सभी कॉन्फ्रेन्स रूम प्रोजेक्टर एवं ऑडियो-विजुअल प्रणाली से सुसज्जित रहेगा। परिसर में चार उद्यान रहेगा जिसका कुल हरित क्षेत्र लगभग 3,484 वर्गमीटर होगा। मानदण्डों के अनुसार रेनवाटर हार्वेस्टिंग तथा ऊर्जा संरक्षण हेतु सोलर पैनल अधिष्ठापित की जाएगी।

जिलाधिकारी ने कहा कि विकास के प्रति सरकार का दृष्टिकोण मानवीय एवं पर्यावरण के अनुकूल है। इस भवन के निर्माण से आम जनता को सर्वाेत्तम सुविधाएँ प्राप्त होंगी।

जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को प्रदत्त निर्देशों का त्वरित एवं तत्परता से अनुपालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।

इस अवसर पर जिलाधिकारी के साथ उप विकास आयुक्त, अनुमंडल पदाधिकारी, पटना सदर, विशिष्ट पदाधिकारी अनुभाजन, कार्यपालक अभियंता भवन निर्माण विभाग एवं अन्य भी उपस्थित थे।

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *