साहित्यकार दया प्रकाश सिन्हा की निकाली गयी शव यात्रा
दया प्रकाश सिन्हा ने सम्राट अशोक को औरंगजेब से किया था तुलना
श्याम किशोर
गया। बुधवार को अखिल भारतीय महात्मा ज्योतिबा फुले विचार मंच के राष्ट्रीय संयोजक सह राजद नेता विनय कुशवाहा के नेतृत्व में गया शहर में संघ के दया प्रकाश सिन्हा की शवयात्रा निकालकर गया के टावर चौक पर पुतला दहन किया गया। दया प्रकाश सिन्हा आरएसएस के इशारे पर पूरे इतिहास को तोड़ मरोड़ कर जनता के सामने पेश करते हैं और नरेंद्र मोदी की सरकार इन्हें पदम श्री साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित करती है। सम्राट अशोक का अपमान करने के एवज में नरेंद्र मोदी की सरकार साहित्य अकादमी पुरस्कार 2021 से इन्हें सम्मानित किया है। यह पुरस्कार साहित्य के क्षेत्र में पहली बार इन्हें प्रदान किया गया है। आरएसएस और भारतीय जनता पार्टी पूरे देश को आपसी बटवारा करने पर तुली है नफरत और जात पात की राजनीति करने वाली आरएसएस समर्थित भारतीय जनता पार्टी नरेंद्र मोदी की सरकार से इस देश की जनता को सावधान रहने की जरूरत है। सम्राट अशोक तत्कालीन भारत के निर्माता थे। इन्होंने अपना वैभवशाली साम्राज्य का विस्तार दुनिया में किया था।
इस मौके पर विनय कुशवाहा ने कहा कि संघ के दया प्रकाश सिन्हा ने सम्राट अशोक जैसे दूरदर्शी महापुरुष को औरंगजेब से तुलना करके पूरे देश का अपमान किया है ऐसे व्यक्ति पर राष्ट्रद्रोह का मुकदमा दर्ज हो और पदम श्री साहित्य अकादमी पुरस्कार जैसे जितने पुरस्कार दिया गए हैं सभी वापस लिया जाए।
दया प्रकाश सिन्हा जैसे साहित्यकार इतिहासकार इतिहास को तोड़ मरोड़ कर पेश करते हैं और देश के महापुरुषों को अपमानित करने का काम करते हैं ।
इस मौके पर मंच के प्रदेश संयोजक सत्येंद्र प्रसाद सुमन, जिला संयोजक कुमार शंभू प्रसाद अधिवक्ता, भोला यादव, मनोज कुशवाहा, रविशंकर प्रसाद मुन्ना, सुबोध ठठेरा, छोटू पांडे, चिंटू पांडे, वरिष्ठ नेता रामसेवक प्रसाद कुशवाहा, दीपू पांडे, मोहम्मद साजली, सातों सिंह सहित कई लोग उपस्थित थे।