सुबोध,
किशनगंज 02 जुलाई। बिहार विधानसभा के ग्रीष्म कालीन के समापन सत्र में बंदे मातरम् राष्ट्रगीत गायन के दौरान किशनगंज जिला में ठाकुरगंज विधानसभा में राष्ट्रीय जनता दल के विधायक सउद आलम बीते 30 जून को विधानसभा का ग्रीष्मकालीन- सत्र सपापन पर राष्ट्रगीत बंदे मातरम् गायन के दौरान बैठे रहना और उनके विवादित ब्यान पर पूर्व विधायक गोपाल अग्रवाल ने कहा कि राष्ट्रगीत गायन के दौरान राजद विधायक का बैठे रहना दुर्भाग्य पुर्ण घटना ही नही, संविधान विरोधी भी है।इस घटना से देश सहित उनके क्षेत्र की जनता भी आहत है। इसलिए मैं राज्य सरकार से ऐसी घटना पर विधि संवत् कार्यवाही करने की मांग करता हूं और राजद विधायक को अपने क्षेत्र की आहत जनता से भी मांफी मांगनी चाहिए।उन्होंने कहा कि उसी विधानसभा सत्र में उनके नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सहित विधानसभा अध्यक्ष एवं सदन के सभी विधायक मंत्रीगण खड़े होकर बंदे मातरम् राष्ट्रगीत का सम्मान किया। लेकिन आप महानुभाव बैठे रहें और बाहर आकर मिडिया कर्मियों को जबाव देते हैं देश अभी हिन्दु राष्ट्र नही बना है ।
पूर्व विधायक अग्रवाल ने फिर कहा कि क्या आपके नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी के लिए यह देश हिन्दु राष्ट्र बन गया है क्योकि आपके नेता तो राष्ट्रगान के समय खड़े थे और आपके हिसाब से बंदे मातरम् राष्ट्रगान गायन के समय सम्मान में भी खड़े होने की जरूरत नही है क्योंकि देश अभी हिन्दु राष्ट्र नही बना है। पूर्व विधायक अग्रवाल ने कहा राष्ट्रगीत का अपमान दुर्भावना से ग्रसित लोग ही कर सकते है।भले ही आप राष्ट्रगीत नही गाते हो यह आपकी स्वेच्छा है मगर संविधान के मानने वाले लोग तो संवैधानिक परम्परा से कैसे इन्कार कर सकते है ।यह बड़ा सवाल है?
उल्लेखनीय है कि इस वर्ष के बजट सत्र से बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने नियम बनाया है कि विधानसभा के सत्र का प्रारंभ राष्ट्रगान और समापन राष्ट्रगीत से होगा। कल यानी 30 जून को ग्रीष्मकालीन सत्र का समापन था। इसलिए इस सत्र के अंत में राष्ट्रगीत ‘वंदे मातरम्’ का गायन हुआ, लेकिन राजद के विधायक सउद आलम अपने स्थान पर बैठे रहे।